क्या आपने कभी सोचा है कि चेक-अप के दौरान आपके डॉक्टर जो दो नंबर बताते हैं, उनका क्या मतलब है?
अच्छे स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने और संभावित हार्ट संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए अपने ब्लड प्रेशर की रीडिंग को समझना बहुत ज़रूरी है।
मूल बातें: सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दबाव
- ब्लड प्रेशर को दो मानकों का उपयोग करके मापा जाता है: सिस्टोलिक दबाव (ऊपर का नंबर) और डायस्टोलिक दबाव (नीचे का नंबर)।
- सिस्टोलिक दबाव उस बल को दर्शाता है, जब आपका हार्ट सिकुड़ता है और धमनियों में ब्लड पंप करता है, जबकि डायस्टोलिक दबाव वह बल है, जब आपका हार्ट धड़कनों के बीच में आराम करता है।
- रीडिंग आमतौर पर पारे के मिलीमीटर (mmHg) में व्यक्त की जाती हैं।
आदर्श रीडिंग और इसका मतलब
- हेल्दी ब्लड प्रेशर रीडिंग आमतौर पर 120/80 mmHg के आसपास होती है।
- हालांकि, ये अलग-अलग व्यक्ति के लिए अलग-अलग भी हो सकती हैं।
- अगर 130/80 mmHg से अधिक की लगातार रीडिंग आ रही है, तो यह हाइपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) का संकेत हो सकता है, जिससे आपको हार्ट रोग, स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का अधिक खतरा हो सकता है।
बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने और गंभीर हार्ट संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए अपने ब्लड प्रेशर के बारे में समझना ज़रूरी है। इसलिए, इन आंकड़ों को गंभीरता से लें, नियमित रूप से अपने डॉक्टर से परामर्श लें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की दिशा में कदम उठाएं।
रेफरेंसः
- Mayo Clinic. (2021). Hypertension (high blood pressure). Mayo Clinic. https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/high-blood-pressure/symptoms-causes/syc-20373410
- American Heart Association. Understanding Blood Pressure Readings. American Heart Association. https://www.heart.org/en/health-topics/high-blood-pressure/understanding-blood-pressure-readings