हार्ट फेलियर को कंजेस्टिव हार्ट फेलियर भी कहा जाता है और यह तब होता है, जब आपका हार्ट आपके शरीर की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में ब्लड को पंप नहीं कर पाता है।
- ऐसा तब हो सकता है, जब आपके हार्ट में पर्याप्त ब्लड नहीं भर पाता है।
- यह तब भी हो सकता है, जब आपका हार्ट ब्लड को प्रभावी ढंग से पंप नहीं कर पाता है।
- हार्ट फेलियर शब्द का हमेशा यह मतलब नहीं होता कि आपके हार्ट ने काम करना बंद कर दिया है।
- हार्ट फेलियर एक गंभीर बीमारी है, जिसके लिए तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है।
भारत में लगभग 10-12 मिलियन वयस्क हार्ट फेलियर से पीड़ित हैं।
- हार्ट फेलियर की समस्या अचानक (अचानक आई बीमारी) हो सकती है या समय के साथ आपके हार्ट के कमज़ोर (पुरानी बीमारी) होने की वजह से हो सकती है।
- यह आपके हार्ट के एक या दोनों हिस्सों को प्रभावित कर सकती है।बायीं और दायीं तरफ के हार्ट फेलियर के अलग-अलग कारण हो सकते हैं, जैसे हाइपरटेंशन, कोरोनरी हार्ट रोग, हार्ट की अनियमित धड़कन या हार्ट में सूजन।
- हार्ट फेलियर के लक्षण अचानक सामने नहीं भी आ सकते हैं। थकान, सांस लेने में कठिनाई और शरीर के निचले हिस्से में फ्लूएड जमा होना इसके कुछ लक्षण हैं।
- हार्ट फेलियर अंततः लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचाता है।
- आपके डॉक्टर पारिवारिक के इतिहास, पिछले उपचार, जांच और ब्लड टेस्ट के आधार पर हार्ट फेलियर की समस्या पहचान कर सकते हैं।
- हार्ट फेलियर एक गंभीर स्थिति है। जीवनशैली में बदलाव करके समस्याओं पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
संदर्भ:
- National Heart, Lung and Blood institute. https://www.nhlbi.nih.gov/health/heart-failure.
- Chaturvedi V, Parakh N, Seth S, et al. Heart failure in India: The INDUS (INDia Ukieri Study) study. J Pract Cardiovasc Sci 2016;2:28-35.