दिल का दौरा पड़ने के बाद स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी है, जिसमें आहार की भूमिका मुख्य होती है। भारतीय भोजन को कुछ जागरूक विकल्पों के साथ दिल के लिए अनुकूल बनाया जा सकता है। सही खाद्य पदार्थों का सेवन न केवल रिकवरी में मदद करता है, बल्कि भविष्य में दिल से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को भी कम करता है। यहां बताया गया है कि भोजन को कैसे स्वस्थ बनाया जाए:
शामिल करने वाले खाद्य पदार्थ::
- साबुत अनाज:ब्राउन राइस, साबुत गेहूं की रोटी, बाजरा, ज्वार और ओट्स का उपयोग करें। ये फाइबर से भरपूर होते हैं और ऊर्जा के स्तर को स्थिर बनाए रखते हैं।
- फल और सब्जियां:मौसम के अनुसार अमरूद, पपीता, संतरा, पालक, गाजर, और टमाटर शामिल करें। ये आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं और दिल के स्वास्थ्य को समर्थन देते हैं।
- लीन प्रोटीन:भोजन में दालें, राजमा, चना और मूंग के अंकुरित दाने शामिल करें। ग्रिल्ड या भाप में पकी हुई मछली (जैसे रोहू या हिलसा) और बिना त्वचा वाली चिकन का सेवन करें। टोंड दूध और लो-फैट दही भी लाभकारी हैं।
- स्वस्थ वसा:खाना बनाने के लिए सरसों या मूंगफली के तेल का उपयोग करें। स्नैक्स के लिए बादाम, अखरोट और फ्लैक्ससीड्स या चिया सीड्स जैसे बीज खाएं।
बचने और बदलने वाले खाद्य पदार्थ::
- तला हुआ भोजन:पकौड़े, समोसे और पूरियां जैसे खाद्य पदार्थों से बचें। इनके स्थान पर भुने हुए स्नैक्स जैसे चिवड़ा या भाप में पके हुए इडली खाएं।
- नमकीन खाद्य पदार्थ:अचार, पापड़ और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। व्यंजनों में ताजा जड़ी-बूटियां और मसाले जैसे धनिया, जीरा और हल्दी का उपयोग करें।
- मीठे खाद्य पदार्थ:गुलाब जामुन और लड्डू जैसे मीठे पदार्थों को सीमित करें। ताजे फलों को चुनें या मिठास के लिए गुड़ का सीमित मात्रा में उपयोग करें।
- फुल-फैट डेयरी:फुल-क्रीम दूध को टोंड दूध, लो-फैट पनीर और दही से बदलें।
दिल के स्वास्थ्य के लिए भोजन से पारंपरिक भारतीय स्वाद को छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। छोटे-छोटे और जागरूक बदलाव रिकवरी को बेहतर बना सकते हैं और लंबे समय तक दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार एक स्वस्थ भविष्य बनाने में सहायक हो सकता है।
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