पहला दिल का दौरा झेलना एक बड़ी चुनौती होती है, और दूसरे दौरे का डर स्वाभाविक है। दुर्भाग्यवश, कई लोगों को दूसरा दिल का दौरा पड़ सकता है। भारत में, दिल के दौरे से उबरने वाले कई लोग आने वाले वर्षों में दूसरे दौरे के जोखिम का सामना करते हैं।
दूसरे दिल के दौरे के संभावित संकेत:
- छाती में दबाव या दर्द: यह ऐसा महसूस हो सकता है जैसे कोई आपकी छाती को कसकर दबा रहा हो या भारी वजन आपकी छाती पर रखा हो।
- ऊपरी शरीर में दर्द: दर्द आपके हाथों, पीठ, गर्दन, जबड़े, या पेट तक फैल सकता है। कभी-कभी यह दर्द अपच जैसा महसूस हो सकता है।
- सांस फूलना: थोड़ी गतिविधि करने पर या बिना किसी गतिविधि के भी सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, भले ही छाती में दर्द न हो।
- अन्य लक्षण: आपको अत्यधिक थकान, चक्कर आना, ठंडा पसीना आना, या मतली जैसा महसूस हो सकता है। महिलाओं में असामान्य थकान या ऐसा महसूस होना जैसे वे हिल नहीं सकतीं, दिल की समस्या के संकेत हो सकते हैं।
तत्काल चिकित्सा सहायता लेने के कदम:
- आपातकालीन सेवा को कॉल करें: यदि आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, विशेष रूप से यदि वे पहले दिल के दौरे से मिलते-जुलते हैं, तो तुरंत मदद लें। जितनी जल्दी आप कार्रवाई करेंगे, आपके बेहतर होने की संभावना उतनी अधिक होगी।
- शांत रहें: बैठ जाएं और जब तक मदद पहुंचे तब तक शांत रहने की कोशिश करें। चलने-फिरने या मेहनत करने की कोशिश न करें।
- परिवार और दोस्तों को बताएं: यदि आपके आसपास कोई व्यक्ति है जिसे पहले दिल का दौरा पड़ा है और वह ये लक्षण दिखा रहा है, तो उसे तुरंत मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
अपने दिल का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। डॉक्टर की सलाह का पालन करें, निर्धारित दवाएं समय पर लें, और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं। अपने स्वास्थ्य पर नजर रखना और तुरंत कदम उठाना, दूसरे दिल के दौरे को रोकने और आपकी रिकवरी को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
रेफरेंसः