हार्ट अटैक के दौरान जल्दी मदद मिलना जीवन बचाने में बड़ा अंतर ला सकता है। जितनी जल्दी चिकित्सा उपचार शुरू होगा, हृदय को उतना ही कम नुकसान होगा। यदि किसी व्यक्ति में हार्ट अटैक के लक्षण दिखाई दें, तो यह जानना कि क्या करना है, उनके बचने की संभावना को बढ़ा सकता है। यहां एक सरल गाइड है जिसे आप फॉलो कर सकते हैं:
- तुरंत मदद के लिए कॉल करें: आपातकालीन नंबर पर कॉल करें। यदि एंबुलेंस नहीं पहुंच सकती है, तो किसी को व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल ले जाने के लिए कहें। केवल तभी खुद गाड़ी चलाएं जब कोई और विकल्प न हो।
- व्यक्ति को आराम करने और शांत रहने में मदद करें: व्यक्ति को बैठने के लिए कहें और शांत रहने की कोशिश करें। किसी भी तंग कपड़ों को ढीला करें ताकि उन्हें अधिक आराम मिले।
- लक्षणों को अनदेखा न करें: भले ही व्यक्ति लक्षणों को नकारने की कोशिश करे, इंतजार न करें कि वे अपने आप ठीक हो जाएंगे। तुरंत आपातकालीन सहायता के लिए कॉल करें।
- एस्पिरिन लें (यदि सिफारिश की गई हो): यदि स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने सलाह दी है, तो एक एस्पिरिन चबाएं ताकि रक्त के थक्के बनने से रोका जा सके और हृदय को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। हालांकि, एस्पिरिन लेने के लिए आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने में देरी न करें।
- नाइट्रोग्लिसरीन लें (यदि निर्धारित हो): यदि नाइट्रोग्लिसरीन का प्रिस्क्रिप्शन उपलब्ध है, तो आपातकालीन सहायता का इंतजार करते हुए इसे निर्देशानुसार लें।
- जरूरत पड़ने पर सीपीआर करें: यदि व्यक्ति की सांस रुक जाए या उनका हृदय धड़कना बंद कर दे, तो सीपीआर शुरू करें। उनके सीने के केंद्र पर तेज और जोर से दबाएं—प्रति मिनट 100 से 120 बार। यदि आप सीपीआर में प्रशिक्षित हैं, तो 30 बार छाती पर दबाव डालें और फिर 2 बार सांस दें। यदि नहीं, तो बस छाती पर दबाते रहें।
संक्षेप में:
सीपीआर (CPR): कार्डियोपल्मोनरी रेससिटेशन
संदर्भ: