हमराही

Diabetes & Exercise

डायबिटीज़ नियंत्रण के लिए एक्सरसाइज़ ज़रूरी है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल में सुधार, बेहतर फिटनेस, वज़न पर नियंत्रण और हार्ट रोग और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने जैसे कई लाभ मिलते हैं। इससे इंसुलिन संवेदनशीलता और संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर होता है।

चाहे नाचना, तैरना, चलना या कोई काम करना हो, जो भी फिज़िकल ऐक्टिविटी आपको गतिशील बनाती है, उसे एक्सरसाइज़ माना जा सकता है। ऐसी गतिविधियां चुनें, जिनमें आपको आनंद आता हो। पर्याप्त स्वास्थ्य लाभ के लिए, हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मेहनत वाली मध्यम से तेज़ स्तर की गतिविधियां करें, जैसे तेज़ चलना, तैराकी या साइकिल चलाना।

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन सप्ताह में कम से कम 5 दिन 30 मिनट की मध्यम से तेज़ स्तर की एरोबिक एक्सरसाइज़ करने की सलाह देता है। आप लगातार 3 दिनों तक अपनी गतिविधि कर सकते हैं और लगातार 2 से अधिक दिनों तक बिना एक्सरसाइज़ किए रह सकते हैं। पैदल चलना एक आसान और प्रभावी एक्सरसाइज़ विकल्प है, जिसे दैनिक रूटीन में शामिल किया जा सकता है।

हाइड्रेट रहें, सही जूते पहनें, पैरों को सूखा रखें और एक्सरसाइज़ के दौरान हाइपोग्लाइसेमिया के प्रति सचेत रहें। अपना वर्कआउट शुरू करने से पहले अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करें। एक्सरसाइज़ से पहले ब्लड शुगर का लेवल 100 mg/dL (5.6 mmol/L) कम होने पर कार्बोहाइड्रेट के लिए थोड़े से स्नैक्स लेना बेहतर होता है।

आमतौर पर 100 से 250 mg/dL (5.6 से 13.9 mmol/L) के बीच ब्लड शुगर का लेवल एक्सरसाइज़ के लिए सही माना जाता है, जबकि 250 mg/dL (13.9 mmol/L) से ऊपर के लेवल पर सावधानी बरतनी चाहिए और इस स्थिति में कीटोन टेस्ट कराना ज़रूरी हो सकता है। अगर आपका ब्लड शुगर 70 mg/dL (3.9 mmol/L) से नीचे चला जाता है या अगर आपको लो ब्लड शुगर लेवल के लक्षण महसूस होते हैं, तो एक्सरसाइज़ करना बंद कर दें।

एक्सरसाइज़ खत्म करते ही ब्लड शुगर लेवल की फिर से जांच करें और अगले कुछ घंटों में कई बार जांच करें। एक्सरसाइज़ के चार से आठ घंटे बाद भी ब्लड शुगर कम होने की संभावना रहती है। अपने वर्कआउट के बाद धीमी गति से पचने वाले कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से आपके ब्लड शुगर की कमी को ठीक करने में मदद मिल सकती है।

अपने डायबिटीज़ नियंत्रण के संबंध में अपनी एक्सरसाइज़ प्लान के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।14,15